Monday, August 30, 2010

संगीत

संगीत सुना है मैंने


जब कोई हवा चली

पत्ता सरसरा उठा

और जब शाम ढली

संगीत सुना है मैंने

जब कोई तारा चमका

और चांदनी खिलखिलाई

बादलों के बीच से

एक बिजली हंसी

संगीत सुना है मैंने

जब शिवालय की घंटी बजी

और गंगा की लहरें उठी

मांझी की नाव चली और

कोई तितली उड़ चली

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