Sunday, August 29, 2010

beete pal

सदिओं की उम्र पलो मे गुजर गई


जब घड़ी देखी तो पता चला

कब हो गए बाल सफ़ेद मेरे

जब आइना देखा तो पता चला

बदल गई दुकाने नए दौर में

पुरानी गलियन देखी तो पता चला

बुड्ढे माँ - बाप दरवाजा तकते रहे

बेटा बड़ा हुआ तब पता चला

आँसूं भी न निकल पाए

जब किसी लाश को देखकर

कितना खुध्गर्ज हुआ में

तब यह पता चला

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