सदिओं की उम्र पलो मे गुजर गई
जब घड़ी देखी तो पता चला
कब हो गए बाल सफ़ेद मेरे
जब आइना देखा तो पता चला
बदल गई दुकाने नए दौर में
पुरानी गलियन देखी तो पता चला
बुड्ढे माँ - बाप दरवाजा तकते रहे
बेटा बड़ा हुआ तब पता चला
आँसूं भी न निकल पाए
जब किसी लाश को देखकर
कितना खुध्गर्ज हुआ में
तब यह पता चला
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